रामपुर विधानसभा उपचुनाव आकाश इस बार क्या रामपुर में खिला पाएंगे कमल,आजम खान से है पुराना विवाद धनंजय सिंह
                    
                    
                        रामपुर विधानसभा उपचुनाव आकाश इस बार क्या रामपुर में खिला पाएंगे कमल,आजम खान से है पुराना विवाद धनंजय सिंह
                    
                    
                        
                            18 May 2024 |  808
                        
                        
                        
                        
                        
                    
                    
                         
                     
                    
                        लखनऊ।समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खान के गढ़ रामपुर में विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से आकाश सक्सेना ताल ठोकेंगे।आकाश के नाम का ऐलान मंगलवार को हो गया है। आकाश 2022 विधानसभा चुनाव में भी रामपुर से भाजपा उम्मीदवार थे।आकाश को आजम से पराजय का सामना करना पड़ा था।आजम सीतापुर जेल में रहते हुए रिकार्ड मतों से जीत का परचम लहराया था। उपचुनाव में आकाश को भरोसा है कि रामपुर में भाजपा कमल खिलाने में कामयाब होगी।
आपको बता दें कि रामपुर से भाजपा उम्मीदवार आकाश सक्सेना पेशे से व्यवसायी हैं और पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे हैं।आकाश की आजम की विधायकी रद्द कराने में खास भूमिका रही। आकाश ने ही आजम के खिलाफ केस दर्ज करवाया था और इसका फैसला आने के बाद आजम की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया।इससे पहले अब्दुल्ला आजम की फर्जी डिग्री केस में विधानसभा सदस्यता को समाप्त करवाने में भी आकाश खास भूमिका निभा चुके हैं।
आकाश कई मामलों में आजम के खिलाफ वादी भी हैं। आकाश ने जौहर विश्वविद्यालय की जमीन को लेकर कई खुलासे किए।जिससे आजम की मुश्किलें बढ़ी।आकाश छात्र जीवन से ही सियासत में सक्रिय रहे और उसके बाद कारोबार में जुट गए।भाजपा ने आकाश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग प्रकोष्ठ का संयोजक भी बनाया था।आजम और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज 43 मुकदमों में आकाश सीधे पक्षकार हैं।आकाश की आजम परिवार से लड़ाई 2018 में अब्दुल्ला के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले से शुरू हुई थी जो आजम की विधानसभा सदस्यता जाने तक जारी है।2022 विधानसभा चुनाव में आकाश को 55 हजार वोटों से पराजित हुए थे। आजम को 1,30649 वोट मिले थे,जबकि आकाश को 75, 411 वोट ही मिले थे।
समाजवादी पार्टी की बात करें तो कयास लगाये जा रहे हैं कि आजम के परिवार ये इस उपचुनाव में कोई ताल नही ठोकेगा,लेकिन सपा के कुछ लोगों ने आजम से पत्नी पूर्व सांसद डॉ. तजीन फात्मा को चुनाव लड़ाने की अपील की है। वर्ष 2019 में जब आजम सांसद बने थे तब हुए विधानसभा उपचुनाव में तजीन फात्मा ही चुनाव लड़ीं थींं और जीत दर्ज की थी।
                    
                    
                         
                     
                    
                        लखनऊ।समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खान के गढ़ रामपुर में विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से आकाश सक्सेना ताल ठोकेंगे।आकाश के नाम का ऐलान मंगलवार को हो गया है। आकाश 2022 विधानसभा चुनाव में भी रामपुर से भाजपा उम्मीदवार थे।आकाश को आजम से पराजय का सामना करना पड़ा था।आजम सीतापुर जेल में रहते हुए रिकार्ड मतों से जीत का परचम लहराया था। उपचुनाव में आकाश को भरोसा है कि रामपुर में भाजपा कमल खिलाने में कामयाब होगी।
आपको बता दें कि रामपुर से भाजपा उम्मीदवार आकाश सक्सेना पेशे से व्यवसायी हैं और पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे हैं।आकाश की आजम की विधायकी रद्द कराने में खास भूमिका रही। आकाश ने ही आजम के खिलाफ केस दर्ज करवाया था और इसका फैसला आने के बाद आजम की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया।इससे पहले अब्दुल्ला आजम की फर्जी डिग्री केस में विधानसभा सदस्यता को समाप्त करवाने में भी आकाश खास भूमिका निभा चुके हैं।
आकाश कई मामलों में आजम के खिलाफ वादी भी हैं। आकाश ने जौहर विश्वविद्यालय की जमीन को लेकर कई खुलासे किए।जिससे आजम की मुश्किलें बढ़ी।आकाश छात्र जीवन से ही सियासत में सक्रिय रहे और उसके बाद कारोबार में जुट गए।भाजपा ने आकाश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग प्रकोष्ठ का संयोजक भी बनाया था।आजम और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज 43 मुकदमों में आकाश सीधे पक्षकार हैं।आकाश की आजम परिवार से लड़ाई 2018 में अब्दुल्ला के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले से शुरू हुई थी जो आजम की विधानसभा सदस्यता जाने तक जारी है।2022 विधानसभा चुनाव में आकाश को 55 हजार वोटों से पराजित हुए थे। आजम को 1,30649 वोट मिले थे,जबकि आकाश को 75, 411 वोट ही मिले थे।
समाजवादी पार्टी की बात करें तो कयास लगाये जा रहे हैं कि आजम के परिवार ये इस उपचुनाव में कोई ताल नही ठोकेगा,लेकिन सपा के कुछ लोगों ने आजम से पत्नी पूर्व सांसद डॉ. तजीन फात्मा को चुनाव लड़ाने की अपील की है। वर्ष 2019 में जब आजम सांसद बने थे तब हुए विधानसभा उपचुनाव में तजीन फात्मा ही चुनाव लड़ीं थींं और जीत दर्ज की थी।
                    
                    
                        