बलरामपुर।देश विरोधी गतिविधियों और धर्म परिवर्तन कराने का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर बड़ा खुलासा हुआ है।छांगुर बाबा के एक करीबी शख्स ने सनसनीखेज दावा किया है,शख्स के मुताबिक छांगुर बाबा का एक पूर्व आईपीएस अधिकारी सहित कई अन्य अधिकारियों से गहरा संबंध था।यही अधिकारी मिलकर धर्म परिवर्तन के काम में छांगुर बाबा को संरक्षण देते थे और बदले में मोटी रकम लेते थे।
आरोप है कि छांगुर बाबा पर कार्रवाई से बचाने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी समय-समय पर पुलिस से मदद करवाता था।इस बीच छांगुर की सियासी महत्वाकांक्षा भी सामने आई है, छांगुर सत्ता में पहुंचने के लिए खुद को राजनीति में स्थापित करना चाहता था,इसके लिए उसने उतरौला के रहने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी को विधानसभा चुनाव लड़ाने की योजना बनाई थी।
छांगुर बाबा की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के कमरे से एक लाल रंग की डायरी मिली है।इस डायरी में कई नेताओं के नाम हैं।कथित तौर पर इन नेताओं को छांगुर ने विधानसभा चुनाव में बड़ी रकम दी थी।इस लाल डायरी से और भी कई सियासी राज खुलने की संभावना है।फिलहाल एटीएस और ईडी समेत अन्य एजेंसियां जांच-पड़ताल में जुटी हुई हैं।
इन सबके बीच बड़ा खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा का धर्म परिवर्तन कराने का नेटवर्क देश से बाहर नेपाल तक फैला है।सूत्रों के मुताबिक नेपाल के बॉर्डर एरिया वाले कई गांवों में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम युवकों ने बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया।कई लड़कियां तो अब तक वापस ही नहीं लौटीं,उनके परिजन वर्षों से गुमशुदगी के दर्द को झेल रहे हैं।
बता दें कि छांगुर बाबा पर आरोप है कि उसने बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन कराया है और हवाला के जरिए करोड़ों का लेनदेन किया।ईडी इसी लेनदेन और मनी ट्रेल की जांच कर रही है।आशंका है कि अवैध फंडिंग के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों में धर्म परिवर्तन कराने की गतिविधियां संचालित की गईं।फिलहाल छांगुर बाबा,नीतू और नवीन समेत कई और आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।