चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ नहाए खाए के साथ हुआ आरंभ
चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ नहाए खाए के साथ हुआ आरंभ
06 Nov 2024 | 12
पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,चतरा। प्रखंड सहित पूरे जिले के अलावा खासकर बिहार,उत्तर प्रदेश,झारखंड और नेपाल के कुछ हिस्सों में भी मंगलवार से नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरूआत हो गई है।
इस महापर्व छठ को लेकर श्रद्धालु अपने घरों में नहाय खाय के दिन (उपवासी) गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी व तालाबों में स्नान करके शुद्ध होते हैं और फिर विशेष रूप से शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं,जिसमें चना दाल, चावल, कद्दू आदि शामिल रहती है। इस दिन व्रती को विशेष रूप से पवित्रता का ध्यान रखते हुए अपवित्र और तामसिक भोजन से परहेज करना होता है और इसी दिन से ही छठ पर्व की शुरुआत मानी जाती है, जिसके बाद के दिनों में उपवासी व्रत, सूर्य पूजा और अस्ताचल सूर्य को अर्ध अर्पित करने की प्रक्रिया जारी रहती है।
छठ महापर्व की खास बात है कि इसमें परिवार और समाज के लोग एक साथ मिलकर सूर्य देवता से सुख समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करते हैं। वहीं छठ व्रतियों के लिए यह पर्व साधना से कम नहीं होता है। चार दिन के इस पर्व को धार्मिक आस्था, विश्वास एवं श्रद्धा के साथ मनाते हुए लोग छठ माता और भगवान भास्कर को अर्घ देकर पूरे विश्व के कल्याण की कामना करते हैं।