पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,धनबाद।पंचायत के हर बच्चे को स्कूल भेजने का हर मुखिया संकल्प लें।इसमें सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभाएं।मनुष्य के विकास और सफलता में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है।यह बातें उप विकास आयुक्त सादात अनवर ने बुधवार को न्यू टाउन हॉल में झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा आयोजित जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन में कही।
सादात अनवर ने कहा कि बच्चों को शुरू से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए।इसके लिए मुखिया एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता आवश्यक है।मुखिया को हर महीने विद्यालयों का भ्रमण करना चाहिए,वहां जो भी कमी है उसे दूर करनी चाहिए। ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालय में वापस लाने के लिए उनके माता-पिता से मिलकर पहल करनी चाहिए। पंचायत के बच्चे शिक्षित होंगे तो पंचायत भी आगे बढ़ेगी। सरकार की जनप्रतिनिधियों से यही अपेक्षा है।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को समय-समय पर विद्यालय में जाना चाहिए। बच्चों की उपस्थिति की जांच करनी चाहिए। सरकार बच्चों को शिक्षित करने के लिए सारी सुविधाएं दे रही है।
शारदा सिंह ने कहा कि आठवीं के बाद गांव की बच्चियां स्कूल नहीं जाती है। मुखिया को ऐसी बच्चियों के माता-पिता से मिलकर समस्या जाननी चाहिए और उसका समाधान करना चाहिए।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता महत्वपूर्ण है। इससे शिक्षा का विकास संभव है।मध्यान भोजन के साथ त्योहारों के दौरान तिथि भोजन की व्यवस्था करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार ने नव साक्षरता कार्यक्रम, जन चेतना केंद्र सहित अन्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए विभिन्न पंचायत के मुखिया को मोमेंटो, प्रशस्ति पत्र और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त,जिला परिषद अध्यक्ष सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मुकेश कुमार बाउरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह के अलावा कलियासोल, गोविंदपुर, निरसा, एगारकुंड, बाघमारा, पूर्वी टुंडी, धनबाद एवं टुंडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित विभिन्न पंचायत के मुखिया मौजूद थे।