एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन,विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को दी गई उन्नत कृषि तकनीकों एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी

एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन,विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को दी गई उन्नत कृषि तकनीकों एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी

03 Jun 2025 |  19

एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन,विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को दी गई उन्नत कृषि तकनीकों एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी

 

किसानों ने वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों से सीधा संवाद कर अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया

 

वैज्ञानिक खेती से ही किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जा सकता है:पुनिता देवी 

 

पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,रामगढ़।कृषि विज्ञान केंद्र रामगढ़ के तत्वावधान में विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत रामगढ़ प्रखंड के हुहुआ,गंडके और बुढ़ा खोखरा गांवों में सोमवार को एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को खरीफ मौसम की उन्नत फसल तकनीकों, विशेष रूप से धान की उच्च गुणवत्ता वाली प्रजातियों एवं उनके वैज्ञानिक प्रबंधन की जानकारी देना।साथ ही भारत सरकार की विभिन्न किसान कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराना था।

 

किसानों को संबोधित करते हुए रामगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान डॉक्टर. सुधांशु शेखर ने विकसित कृषि संकल्प अभियान की महत्ता बताई।उन्होंने किसानों से पशुपालन को कृषि का अभिन्न हिस्सा मानते हुए,इसमें होने वाले रोगों की पहचान और प्रबंधन की जानकारी साझा की।सुधांशु शेखर ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों की जानकारी लेने एवं नियमित प्रशिक्षण के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़ने की सलाह दी। 

 

इस अवसर पर केंद्रीय वर्षाश्रित उपराऊ चावल अनुसंधान केंद्र से आए वैज्ञानिक डॉ. सौम्या साहा और डॉ. प्रिरा मेधा ने खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली धान की उन्नत किस्मों, उनके चयन, खरपतवार नियंत्रण, मृदा स्वास्थ्य एवं वैज्ञानिक प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने किसानों की फसल प्रबंधन से संबंधित समस्याओं का समाधान भी किया। 

 

कृषि विज्ञान केंद्र के विषय विशेषज्ञ डॉ. इंद्रजीत ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड आदि की जानकारी दी और किसानों से इनका लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्होंने समेकित कृषि प्रणाली को अपनाकर किसानों को आयवृद्धि का रास्ता सुझाया।साथ ही एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के माध्यम से अपने उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने की सलाह दी।

 

मौसम पर्यवेक्षक शशिकांत चौबे ने किसानों को मौसम आधारित कृषि पर ध्यान देने,पूर्वानुमान आधारित कृषि सलाहों को अपनाने और जलवायु के अनुकूल खेती करने के फायदे बताए। 

 

कार्यक्रम में उपस्थित दोहकातू पंचायत की उप प्रमुख पुनिता देवी ने किसानों से वैज्ञानिकों द्वारा दी गई सलाहों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक खेती से ही किसानों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जा सकता है‌।इस अवसर पर हुहुआ, गंडके एवं बुढ़ा खोखरा सहित आसपास के गांवों से 450 से अधिक किसानों कार्यक्रम ने भाग लिया। किसानों ने वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों से सीधा संवाद कर अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त किया और कार्यक्रम को अत्यंत लाभकारी बताया।इस सफल आयोजन ने क्षेत्र के किसानों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित किया। 

 

कार्यक्रम में प्रखंड कृषि पदाधिकारी महादेव महतो, सहायक तकनीकी प्रबंधक अनिल कुमार दास, कृषक मित्र सेवा लाल महतो सहित अन्य कृषि पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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