पूर्वांचल सूर्य संवाददाता,रांची।राज्य भर के आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर ने मंगलवार को अपने-अपने कार्यालयों में काला बिल्ला लगाकर कार्य किया।गौरतलब है कि विभिन्न मांगों को लेकर आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर विगत कई दिनों से आंदोलनरत हैं।
पिछले दिनों झारखंड राज्य आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर संघ और झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर राजभवन के निकट एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया था।
इसके बाद चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन को आगे बढ़ाते हुए 16 जुलाई को काला बिल्ला लगाकर कार्य किया। मांगों को लेकर सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी विभागों,कार्यालयों में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटरों ने भाग लिया।
आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर का चार सूत्री मांगों में वित्त विभाग,झारखंड सरकार के संकल्प संख्या 1284,दिनांक 03.05.2023 द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए निर्धारित एकमुश्त राशि,आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर/डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी भुगतान करते हुए समान कार्य के बदले समान वेतन का अधिकार दिया जाना, 60 वर्ष की आयु तक हमारी सेवा/नौकरी सुरक्षित किया जाना,झारखंड राज्य के सभी विभागों,कार्यालय में वर्तमान में कार्यरत बल के अनुसार कंप्यूटर ऑपरेटर का पद सृजित करते हुए कार्यरत कर्मियों को स्वीकृत पद के विरुद्ध समायोजित करने,एकमुश्त राशि,वेतन भुगतान ऐजेंसी के माध्यम से न किया जाय बल्कि सीधे विभाग स्तर से की जाय।
इस बार के आन्दोलन में आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटरों को झारखण्ड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ और झारखण्ड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। लिपिक संवर्ग और आउटसोर्सिंग कंप्यूटर ऑपरेटर संवर्ग मिलकर इस आन्दोलन को सफल बनाने में अपनी पूरी भूमिका निभा रहे हैं।