भारत की जासूसी कर रहे दो आईएसआई एजेंट को यूपी एटीएस ने किया गिरफ्तार,एक पाक हाई कमीशन अधिकारी का करीबी

भारत की जासूसी कर रहे दो आईएसआई एजेंट को यूपी एटीएस ने किया गिरफ्तार,एक पाक हाई कमीशन अधिकारी का करीबी

23 May 2025 |  26

 

वाराणसी।उत्तर प्रदेश एटीएस ने भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले दो पाकिस्तान जासूस को गिरफ्तार किया है।दोनों की पहचान मोहम्मद हारून और तुफैल के रूप में हुई है।मोहम्मद हारून पाकिस्तान हाई कमीशन के स्टाफर मोहम्मद मुजम्मिल हुसैन का करीबी सहयोगी है।मुजम्मिल को भारत सरकार पहले ही पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित कर देश से निकाल चुकी है।आरोप है कि हारून ने भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेजी।

 

दूसरा आरोपी तुफैल वाराणसी से गिरफ्तार हुआ है। वह 600 पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में था उसने राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, वाराणसी रेलवे स्टेशन और लाल किला की तस्वीरें पाकिस्तान भेजीं. तुफैल ने पाकिस्तानी व्हाट्सएप ग्रुप्स के लिंक वाराणसी में साझा किए ताकि लोग सीधे पाकिस्तान से जुड़ सकें।

 

वाराणसी की एटीएस यूनिट को जानकारी मिली कि वाराणसी का एक शख्स पाकिस्तान के लोगों के संपर्क में हैं और देश विरोध कार्यों में संलिप्त हैं। इसके बाद एटीएस ने जांच की और पुष्टि की कि तुफैल पाकिस्तान के कई लोगो के संपर्क में है।एटीएस ने पाया कि तुफैल पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी के वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करने के साथ गजवा ए हिन्द करने, बाबरी मस्जिद का बदला लेने और भारत में शरीयत लागू करने सम्बन्धी संदेश साझा करता था।

 

एटीएस ने यह भी पाया कि तुफैल ने वाट्सऐप ग्रुप पर देश के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों जैसे- राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया इत्यादि की फोटो और उनसे जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी नम्बरों पर शेयर की है। तुफैल ने पाकिस्तानी वाट्सऐप ग्रुप का लिंक वाराणसी के अन्य कई लोगों को भी भेजा था और यह लगभग 600 से अधिक पाकिस्तानी नम्बरों के सर्म्‍पक में था। तुफ़ैल फेसबुक के माध्यम से फैसलाबाद पाकिस्तान निवासी नफीसा नाम की एक महिला के संपर्क था,जिसका पति पाकिस्तानी सेना में है। इसके बाद एटीएस ने गुरुवार को तुफैल को गिरफ्तार कर लिया है। तुफैल के पास से एटीएस ने मोबाइल व सिम कार्ड बरामद किए हैं।

 

इसके अलावा दिल्ली के सीलमपुर निवासी हारुन को भी गिरफ्तार किया है। एटीएस ने बताया कि हारुन स्क्रैप का काम करता है। वह पाकिस्तान हाईकमीशन में नियुक्त कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर पाकिस्‍तान का वीजा दिलवाने के नाम पर अवैध धन वसूली कर रहा है और उसके साथ राष्ट्र हित से जुड़ी सुरक्षा सम्बन्धित सूचना शेयर कर देश-विरोधी गतिविधियों में संलिप्‍त है। 

 

एटीएस ने बताया कि हारून की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है। हारून पाकिस्तान आने-जाने के लिए दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग आता-जाता रहता था, जहां वह मुज़म्मल हुसैन के सम्पर्क में आया। मुज़म्मल और हारून ने वीजा दिलाने के नाम पर अलग-अलग अकाउंट्स में कई लोगों से पैसे जमा कराए। यही नहीं हारून ने भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियां भी मुज़म्मल को दी, जिनका उपयोग कर मुजम्मल हुसैन ने भारत को अस्थिर करने और इसकी आंतरिक सुरक्षा को क्षति पहुंचाने का प्रयास किया। बता दें कि मुज़म्मल हुसैन को भारत सरकार आवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए देश छोड़ने के आदेश दे चुकी है।

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