ग्रामीण प्रतिभा को मिले पद्मश्री सम्मान,सुनील कुमार दे के लिए उठी मांग

ग्रामीण प्रतिभा को मिले पद्मश्री सम्मान,सुनील कुमार दे के लिए उठी मांग

02 Sep 2025 |  181

 

पूर्वांचल सूर्य संवाददाता,पोटका,पूर्वी सिंहभूम।गांव की प्रतिभा,गांव का स्वाभिमान इसी भावना के साथ झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति ने पोटका प्रखंड के नुआग्राम निवासी साहित्यकार सह समाजसेवी सुनील कुमार दे को पद्मश्री सम्मान प्रदान करने की मांग की है।समिति के प्रतिनिधिमंडल ने जिले के जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस संबंध में मांग पत्र सौंपा।

 

सुनील कुमार दे ने अब तक बांग्ला और हिंदी में कुल 34 पुस्तकें लिखकर समाज और साहित्य को समृद्ध किया है। साथ ही निरंतर सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए समाज को अपने विचारों और प्रेरणा से संस्कार समृद्ध करने का प्रयास करते रहे हैं।

 

सुनील कुमार दे विगत कई दशकों से पीड़ित मानवता की सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते हुए अब तक 50 से अधिक रक्तदान शिविर,नेत्रदान शिविर और अन्न-वस्त्र वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन कर चुके हैं। सुनील कुमार दे के प्रयासों से बांग्ला भाषा के पुनरुत्थान के लिए क्षेत्र में अब तक 28 अपूर पाठशाला (नि:शुल्क बांग्ला शिक्षा केंद्र) स्थापित किए गए हैं।

 

सरल और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले तथा जनप्रिय व्यक्तित्व माने जाने वाले सुनील कुमार दे को ग्रामीण अंचल की प्रतिभा के रूप में देखते हुए समिति ने सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें पद्मश्री सम्मान प्रदान कर ग्रामीण प्रतिभा को उचित सम्मान दिया जाए।

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