पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,इटखोरी (चतरा)। पूरे प्रखंड में नवरात्रि का महापर्व हर्ष उल्लास वातावरण में संपन्न हुआ। 10 दिवसीय शारदीय नवरात्र में प्रखंड के कई स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर श्रद्धा और भक्ति पूर्वक श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर पूजा समितियों के द्वारा कई तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन किए गए।लोगों में दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह,आनंद और उमंग का वातावरण देखने को मिला।
इटखोरी प्रखंड के इटखोरी, टाल, परसौनी, करनी, पितीज में दुर्गा पूजा का आयोजन प्रतिमा स्थापित कर किया गया। शुक्रवार को मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के साथ ही शारदीय नवरात्रि के इस महोत्सव का समापन हुआ। इस दौरान माता रानी के जयघोषों और ढोल-नगाड़ों के बीच मूर्तियों को पवित्र नदियों या स्थानीय जलाशयों में प्रवाहित किया गया। इस मौके पर लोगों ने नम आंखों से माता रानी को विदा किया।
मूर्ति विसर्जन के साथ ही कलश का विसर्जन भी किया गया। विसर्जन की प्रक्रिया में ढोल-नगाड़ों और माता रानी के जयकारों के साथ मूर्तियों को उठाकर पवित्र नदी या तालाब में प्रवाहित किया जाता है।विसर्जन के बाद कलश और सामग्री का भी विसर्जन किया जाता है। कलश के जल को घर में आम के पत्तों से छिड़का जाता है और शेष जल को किसी पौधे या गमले में डाला जाता है। श्रद्धालु इस जल को पूरे घर और परिवार के सदस्यों पर सुख समृद्धि और शांति की कामना के साथ छिड़कते हैं।
10 दिवसीय दुर्गा पूजा महोत्सव को लेकर प्रखंड प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। पुलिस प्रशासन द्वारा पूजा स्थलों का समय-समय पर निरीक्षण किया जाता रहा। इस अवसर पर आयोजन स्थलों पर मेले का भी आयोजन किया गया,जहां पर समाज के सभी वर्ग के लोगों ने मेले का आनंद उठाया। प्रखंड में दशहरा के मौके पर प्रखंड मुख्यालय समेत कई जगह पर रावण दहन का भी आयोजन किया गया। कुल मिलाकर पूरे प्रखंड में दुर्गा पूजा का यह महा महोत्सव शांतिपूर्वक आनंद उल्लास और उमंग के वातावरण में संपन्न हुआ।