हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या की साजिश,मुजाहिद आर्मी में लड़कियों की भर्ती में जुटा था रजा

हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या की साजिश,मुजाहिद आर्मी में लड़कियों की भर्ती में जुटा था रजा

06 Oct 2025 |  31

 

फतेहपुर।हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या की साजिश रचने वाला मोहम्मद रजा मुजाहिद आर्मी में युवाओं की भर्ती के साथ लड़कियों को शामिल करने की कोशिश में जुटा था।लड़कियों को कट्टरपंथी बनाने का प्लान भी बनाया गया था।सूत्रों के मुताबिक मोहम्मद रजा और उसके सहयोगी इस्लाम की मुजाहिद बेटियां नाम की एक किताब के मध्यम से लड़कियों को उकसाने की कोशिश कर रहे थे।इस किताब को सोनभद्र के सफील सलमानी ने मोहम्मद रजा के साथ मिलकर तैयार की थी।इस किताब में महिलाओं और बच्चों को इस्लाम के नाम पर सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा दी गई है। इसकी पीडीएफ (पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉर्मेट) को कोर ग्रुप के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल करना का प्लान था।

 

क‌ई युवक गांव से हैं लापता

 

बता दें कि पिछले महीने 30 सितंबर को मोहम्मद रजा को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने केरल से गिरफ्तार किया था।इससे पहले रजा के  साथी सफील सलमानी को सोनभद्र से,मौलाना अकमल को सुल्तानपुर से,तौसीफ को कानपुर और कासिम को रामपुर से एटीएस ने गिरफ्तार किया था।रजा की गिरफ्तारी के बाद राधानगर थाना क्षेत्र के अंदौली गांव से कई युवक लापता हैं। पुलिस इनकी गतिविधियों की जांच कर एसटीएफ को इनपुट दे रही है।

 

जलसे में मौलाना से संपर्क में आया अकमल

 

डेढ़ साल पहले एक जलसे में सुल्तानपुर जिले के हलियापुर थाना के मौलाना अकमल के संपर्क में आने के बाद मोहम्मद रजा ने आतंकी गतिविधियों की राह पकड़ी थी।रजा ने सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को जोड़कर मुजाहिद आर्मी बनाने की शुरुआत की।अंदौली और आसपास के कई युवक रजा के सोशल मीडिया नेटवर्क से जुड़े थे।इन्हीं प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ सामग्री और इस्लाम की बेटियां नामक किताब साझा की जा रही थी।

 

व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर युवाओं को जोड़ता था,फैलाता था कट्टरपंथी विचार

 

इंस्टाग्राम पर शरीयत के कानून और जिहाद की बात करने वाले मोहम्मद रजा का वीडियो का गांव के युवा इंतजार करते थे।रजा खुद को मौलाना की तरह पेश कर युवाओं को भड़काऊ भाषण देता था,जिसे रजा मोटिवेशनल स्पीच (उकसाने वाली जुबान) कहता था।रजा व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर युवाओं को जोड़ता था और कट्टरपंथी विचार फैलाता था,उसके भाषणों में कौमी एकता की आड़ में कट्टरता भरी होती थी।सोशल मीडिया के जरिये रजा अपनी कथित मुजाहिदीन आर्मी तैयार कर रहा था।राधागनगर थाना क्षेत्र के अंदौली गांव में मोहम्मद रजा की गिरफ्तारी के बाद माहौल गर्म है।गांव में चर्चा है कि रजा लंबे समय से युवाओं को गुमराह कर कट्टरपंथ की ओर धकेल रहा था।

 

हर साल ईद और जलसे में आता था रजा

 

मोहम्मद रजा चाहे कहीं भी रहे,हर साल ईद और जलसे में शामिल होने आता था।यहां रजा खुद को कट्टरपंथी बताता था।हालांकि रजा की गिरफ्तारी के बाद से अंदौली गांव में बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा।रजा के घर के गेट पर उसकी मां जमीला बानो, बहन और रिश्ते की चाची बैठीं दिखीं।गांव के कुछ भी लोग दरवाजे पर एकत्र नजर आए।

 

भाइयों को केरल तो ले गया, लेकिन खुद से दूर रखा

 

मार्च के अंतिम रमजान में रजा घर आया था।ईद के बाद केरल काम पर लौट गया।रजा ने तीन साल पहले दोनों छोटे भाइयों को भी काम पर बुला लिया था,लेकिन उन्हें अपने से अलग ही रखता था।

 

मुंबई और केरल के बीच की कड़ी कौन

 

मोहम्मद रजा का अचानक मुंबई छोड़कर केरल जाने की कड़ी का खुलासा नहीं हो पा रहा है।गांव से लगभग सात से आठ साल पहले रजा मुंबई गया था। मुंबई में रहने के लगभग एक साल बाद ही रजा केरल पहुंच गया।रजा केरल किस माध्यम से पहुंचा, यह बड़ा सवाल है। इस बारे में भी एटीएस जांच कर रही है।

 

परिवार की आर्थिक हालत थी बेहद खराब

 

मोहम्मद रजा के पिता की कई साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब हो गई थी। मां जमीला लोगों के घरों में काम करके अपना और बच्चों का पालन पोषण करती थी।रजा की कमाई से परिवार की आर्थिक हालत सुधरने लगी थी,पक्का मकान बन चुका था। रजा महीने में दो से तीन बार मां को रुपये भी भेजता था।

 

एटीएस ने भाइयों के लौटाए मोबाइल फोन

 

एटीएस ने मोहम्मद रजा को पकड़ने के बाद केरल के मल्लपुरम थाने लेकर पहुंची थी।इसका पता लगने पर भाई जीशान और शहजाद भी पहुंचे थे।एटीएस ने दोनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए थे।जांच के बाद फिलहाल दोनों भाइयों के मोबाइल फोन लौटा दिए गए हैं।

 

कोरोना काल से दिमाग में आया जिहाद

 

सूत्रों के मुताबिक साल 2019 में कोरोना काल के समय मोहम्मद रजा मुंबई से गांव लौटकर आया था। घर पर खाली बैठे-बैठे रजा मोबाइल पर कई इस्लामिक संगठनों के वीडियो देखकर जिहाद की तरफ आकर्षित हुआ।रजा मोबाइल पर वीडियो देखने के बाद लोगों को भी कट्टरपंथी बनने की नसीहत देता था।

 

मोबाइल पर 100 से अधिक वीडियो

 

सूत्रों के मुताबिक एटीएस ने मोहम्मद रजा के मोबाइल फोन की जांच शुरू की है।रजा के मोबाइल में 100 से अधिक वीडियो मिले हैं,अधिकतर वीडियो कट्टर पंथी इस्लामिक संगठनों के हैं।इन संगठनों के सरगना भड़काऊ और नफरती भाषण देते हैं।रजा के मोबाइल में देश के कई धर्मगुरुओं के वीडियो भी मिले हैं,इन वीडियो को भी व्हाट्सएप ग्रुप में साझा कर रजा अपनी कौम के लोगों को भड़काने का संदेश देता था।

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