कोहली का रिकार्ड अभियान जारी, विदेश में दोहरा लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बने
आश्विन ने भी ठोका सैंकड़ा, भारत 566/8 के बाद इंडीज के सस्ते में 1 विकेट लिए
23 Jul 2016 | 743
कप्तान विराट कोहली के रिकार्ड दोहरे शतक के बाद रविचंद्रन अश्विन ने भी वेस्टइंडीज के कमजोर आक्रमण के सामने अपने करियर का तीसरा सैकड़ा पूरा किया .कोहली ने सुबह 143 रन से अपनी पारी आगे बढ़ायी और लंच से ठीक पहले अपना दोहरा शतक पूरा किया। लंच के बाद हालांकि वह इसमें कोई इजाफा नहीं कर पाये और पहले ओवर में ही शैनोन गैब्रियल की गेंद अपने विकेटों पर खेलकर ठीक 200 रन पर आउट होने वाले दुनिया के सातवें और भारत के पहले बल्लेबाज बने। भारतीय कप्तान ने अपनी पारी में 283 गेंदे खेली तथा 24 चौके लगाये। उन्होंने अश्विन के साथ पांचवें विकेट के लिये 168 रन की साझेदारी की। अश्विन ने इसके बाद भी एक छोर संभाले रखा और अपने करियर का तीसरा शतक पूरा किया। संयोग से उन्होंने अपने तीनों शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाये हैं।
लगातार दूसरे दिन भारत के लिए दूसरे सत्र का पहला ओवर घातक साबित हुआ। कल चेतेश्वर पुजारा ने अपना विकेट इनाम में दिया तो आज यही काम कोहली ने किया। उन्होंने गैब्रियल की आफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को कवर की तरफ खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से से लगकर विकेटों में समा गयी। उनसे पहले इंग्लैंड के वाली हैमंड, पाकिस्तान के मोहसिन खान, ऑस्ट्रेलिया के डेविड बून और स्टीव वा, दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ और बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम ठीक 200 रन पर आउट हुए थे।
बहरहाल आउट होने से पहले ही कोहली कई रिकार्ड अपने नाम लिखवा गये थे। वह विदेशी सरजमीं पर दोहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गये हैं। उन्होंने टेस्ट ही नहीं बल्कि प्रथम श्रेणी मैचों में भी अपना पहला दोहरा शतक जमाया।इससे पहले टेस्ट मैचों में कोहली का सर्वोच्च स्कोर 169 रन था जो उन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में बनाया था। उन्होंने बाद में विदेशी सरजमीं पर भारतीय कप्तान के सर्वोच्च स्कोर के मोहम्मद अजहरुद्दीन के रिकार्ड को तोड़ा। अजहर ने 1990 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आकलैंड में 192 रन बनाये थे। इस तरह से भारत के टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने के 84 साल बाद किसी भारतीय कप्तान ने विदेशी धरती पर दोहरा शतक पूरा किया।
यह कोहली का टेस्ट ही नहीं बल्कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी सर्वोच्च स्कोर है। इससे पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 197 रन था जो उन्होंने दिल्ली की तरफ से पाकिस्तान की सुई नार्दर्न गैस पाइप्स लिमिटेड टीम के खिलाफ 2008 में बनाया था।
अश्विन ने अपने कप्तान का अच्छा साथ दिया और साहा से पहले छठे नंबर पर उतारने के टीम प्रबंधन के फैसले को भी सही साबित कर दिया। लंच के समय वह 64 रन पर खेल रहे थे और इसके बाद भी उन्होंने एक मंझे हुए बल्लेबाज की तरह पूरे धैर्य के साथ बल्लेबाजी की। अश्विन ने शतक पूरा करने के लिये कुछ समय लिया। आखिर में उन्होंने पारी के 151वें ओवर में बिशू की आखिरी गेंद मिडविकेट पर चार रन के लिए भेजकर अपना सैकड़ा पूरा किया। इससे भारत का स्कोर भी 500 रन के पार पहुंचा।