अयोध्या दीपोत्सव: 28 लाख दीयों से जगमग होंगे रामनगरी के 55 घाट,विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

अयोध्या दीपोत्सव: 28 लाख दीयों से जगमग होंगे रामनगरी के 55 घाट,विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

26 Oct 2024 |  24

 

अयोध्या।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार रामनगरी अयोध्या में सबसे खास दीपोत्सव मनाने जा रहे हैं। 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर में प्रभु श्रीराम के विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। 2017 से दीपोत्सव का अनवरत यह आठवां आयोजन होगा।सीएम योगी प्रभु श्रीराम की उपस्थिति में इस दीपोत्सव पर समूचे भारत को एक बार फिर रामनगरी में एकत्र करेंगे।

 

दीपोत्सव रामनगरी अयोध्या को एक बार फिर से विश्व पटल पर स्थापित करेगा। यह दीपोत्सव न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह रामनगरी अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर करता है। दीपोत्सव को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।

 

रामनगरी अयोध्या के दीपोत्सव पर विश्व रिकार्ड बनाने के लिए वालेंटियर की फौज ने मोर्चा संभाल लिया है।शनिवार को प्रथम चरण में जय श्रीराम के उदघोष के साथ उत्साहित 10 हजार वालेंटियर ने राम की पैड़ी के घाटों पर दीप बिछाने का कार्य शुरू कर दिया है। सरयू तट के सभी 55 घाटों पर 28 लाख दीप बिछाने के लिए 30 हजार वालेंटियर तैनात किए जाएंगे और 25 लाख दीप प्रज्जवलित कर आठवीं बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज कराएंगे।

 

 दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए शनिवार को 10 हजार वालेंटियर सुबह 10 बजे टी-शर्ट और कैप लगाकर बसों से राम की पैड़ी के लिए रवाना हुए। कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देशन में दीपोत्सव यातायात समिति के संयोजक प्रो. अनूप कुमार की निगरानी में चार बस से जय श्रीराम उद्घोष के साथ वालेंटियर दीपोत्सव स्थल के लिए रवाना हुए। 

 

दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए 55 घाटों पर 28 लाख दीपों के खेप की सप्लाई पूरी हो गई है और घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू हो गया है।रविवार से 55 घाटों पर युद्धस्तर पर दीए बिछाए जाएंगे जो 28 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। 29 अक्तूबर को दीपों की गणना गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम द्वारा की जाएगी। 30 अक्टूबर को दीपोत्सव पर वालेंटियर दीपों में तेल डालने, बाती लगाने और दीप प्रज्ज्वलित करने का कार्य करेंगे।

 

दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए डाॅ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर, 14 महाविद्यालय, 37 इंटर कालेज और 40 स्वयंसेवी संस्थाएं लगाई गई हैं। संस्थानों द्वारा वालेंटियर को बसों से राम की पैड़ी और अन्य दीपोत्सव स्थल पर भेजे जा रहे हैं। विवि परिसर से बसें सुबह 10 बजे रवाना होगी और शाम चार बजे तक वालेंटियर दीपों को बिछाने कार्य करेंगे। विभागों द्वारा सभी वालंटियर को आईकार्ड उपलब्ध करा दिया गया है।इसके साथ ही उन्हें टी-शर्ट और कैप वितरित कर दिया गया है। आईकार्ड,टी-शर्ट और कैप के बिना घाटों पर प्रवेश वर्जित रहेगा। 

 

इस बार दीपोत्सव पर जहां एक तरफ छह देशों के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे,वहीं उत्तर प्रदेश के लोकनृत्यों को लेकर 250 कलाकारों द्वारा शोभायात्रा निकाली जाएगी।अन्य प्रदेशों के भी 240 कलाकार रामनगरी में भव्य प्रस्तुति देंगे। अन्य स्थानों के 800 कलाकारों द्वारा लोकनृत्य और लोकगायन के कार्यक्रम होंगे। तीन दिन (28 से 30 अक्टूबर) के भीतर दीपोत्सव के मंच पर 1200 से अधिक कलाकार आध्यात्मिक भक्ति से सराबोर करेंगे। 

 

दीपोत्सव में तीन दिन तक देश,प्रदेश और‌ विदेश के 1200 से ज्यादा कलाकार हिस्सा लेंगे।इसमें मलेशिया,म्यांमार, इंडोनेशिया,कंबोडिया,थाईलैंड और नेपाल के साथ-साथ स्थानीय दलों द्वारा भी रामलीला का मंचन किया जाएगा। लोकसंस्कृति पर आधारित फरुआही,बहुरूपिया,अवधी लोकनृत्य,बमरसिया,थारू लोकनृत्य,दीवारी,धोबिया,राई, ढेढिया,मयूर,आदिवासी लोकनृत्य के माध्यम से 250 कलाकारों द्वारा शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 

 

दीपोत्सव के दौरान अन्य प्रदेशों के 240 से ज्यादा कलाकार हिस्सा लेंगे।इसमें रउफ लोकनृत्य कश्मीर,छपेली लोकनृत्य उत्तराखंड,घूमर नृत्य हरियाणा,बरेदी लोकनृत्य मध्य प्रदेश, पंजाब का भांगड़ा/गतका नृत्य, महाराष्ट्र के कलाकारों द्वारा ढोलताशा, गुजरात के कलाकार डांडिया-गरबा, हिमाचल प्रदेश के कलाकार शिरमौर नाटी नृत्य, छत्तीसगढ़ के कलाकार गैंडी नृत्य प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा सिक्किम,असम, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, राजस्थान समेत 15 राज्यों के 240 कलाकार तीन दिन तक रामनगरी अयोध्या में अपने राज्य की कला-संस्कृति से श्रोताओं, दर्शकों को रूबरू कराएंगे।  

 

तीन दिन तक रामनगरी अयोध्या में अनेक स्थानों पर भी आध्यात्मिक,सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इसमें लगभग 800 कलाकारों द्वारा लोकनृत्य और लोकगायन होंगे। रामनगरी अयोध्या धाम में गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, रामघाट, बिड़ला धर्मशाला, भरतकुंड, तुलसी उद्यान, भजन संध्या स्थल, नाका, हनुमानगढ़ी, बस अड्डा बाईपास, नया घाट आदि स्थानों पर लगभग 800 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। रामकथा पार्क में आगरा की प्रीति सिंह की प्रस्तुति होगी तो वहीं मैत्रेय पहाड़ी हनुमान चालीसा पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी। सहारनपुर की रंजना नेव रामायण पर नृत्यमयी प्रस्तुति देंगी।

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