अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दीपोत्सव का शुभारंभ किया।दीपोत्सव में राम की पैड़ी पर दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना हैं।रामनगरी में 35 लाख दीये जलाए गए,लेकिन राम की पैड़ी पर एक साथ 25 लाख 12 हजार 585 दिये आधे घंटे में जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बना तो वहीं 1121 लोगों ने एक साथ सरयू की आरती करने का भी विश्व रिकॉर्ड बनाया है।सरयू तट पर बने मंच से विश्व रिकॉर्ड बनने की घोषणा खुद कंसल्टेंट निश्चल बरोट ने की।निश्चल बरोट द्वारा घोषणा करते ही तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा सरयू तट गूंज उठा। इससे पहले 2023 में लगभग 22 लाख 23 हजार दीये जलाए गए थे।
योगी सरकार के इस दीपोत्सव से रामनगरी ने लगातार सातवीं बार विश्व रिकार्ड बनाया है।पहली बार 2017 में 1.71 लाख दीये जलाए गए थे, लेकिन विश्व रिकार्ड नहीं बन पाया था। उसके बाद 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख और 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख, 2023 में 22.23 लाख दीये जलाकर कर साल दर साल रिकॉर्ड बनते गए। इस बार 25.12 लाख से ज्यादा दीये जलाए गए।
सरयू नदी के दोनों ओर भारी संख्या में जुटे लोगों ने दीपोत्सव के अनोखे पल को मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया को दीपोत्सव की रोशनी से नहला दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य राम मंदिर जाकर दीप जलाया और दीपोत्सव का शुभारंभ किया।इसके बाद सरयू के सभी 55 घाटों पर दीये जगमगा उठे। इस बार दीपोत्सव में मुख्य आकर्षण लेजर शो,ड्रोन शो और आतिशबाजी रही।धर्म पथ पर थीमेटिक गेट्स से चलचित्र रामायण ने लोगों को खूब लुभाया।
अवधपुरी अति रुचिर बनाई, देवन्ह सुमन बृष्टि झरि लाई। 14 वर्ष बाद वनवास से भगवान राम के लौटने पर त्रेतायुग की खुशी का दृश्यानक आठवें दीपोत्सव में दिखा।भव्य राम मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होने की खुशी में इस बार दीपोत्सव बेहद खास रहा।साकेत महाविद्यालय से लेकर रामकथा पार्क तक रामपथ को पानी से धोकर सुबह ही चमकाया गया था।शाम होते ही इलेक्ट्रिकल लाइटों की सतरंगी रोशनी की चकाचौंध बरबस सभी को आकर्षित करने लगी। पूरे राम नगरी में लाउडस्पीकर से भक्ति संगीत गुंजायमान रहा। राम की पैड़ी सहित चौधरी चरण सिंह घाट और भजन संध्या स्थल सहित कई जगहों पर 30 हजार वालियंटर दीप बिछाने का कार्य एक दिन पहले ही पूरा कर चुके थे। 25 लाख दीये को आधे घण्टे के अंदर जलाकर नया रिकॉर्ड बना दिया गया।
दीपोत्सव से पहले भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान (हेलीकाफ्टर) से पहुंचे। सीएम योगी ने उनका स्वागत किया।पूरा राम दरबार रथ पर सवार हुआ तो सीएम योगी ने अपने हाथों से रथ को खींचा और रामकथा पार्क लाया गया।यहां सीएम योगी ने भगवान राम की आरती उतारी और राज तिलक किया।
राम मंदिर निर्माण के बाद पहले दीपोत्सव पर रामनगरी में खास रौनक रही। दीपोत्सव के आठवें संस्करण के लिए रामनगरी कई दिनों से दुल्हन की तरह सज धज रही थी। बुधवार की सुबह से ही रामनगरी में उत्सव सारिका के माहौल जैसा दिखाई देने लगा।एक तरफ झांकियों ने मन मोहा तो दूसरी तरफ सड़कों पर जश्न मनाते राम भक्त दिखाई देते रहे।दीपोत्सव समारोह के तहत झांकियों की एक शोभायात्रा भी निकाली गई। रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देशभर के शास्त्रीय नर्तकों की प्रस्तुति ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा।
साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक शोभायात्रा निकाली गई 18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया। इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। इस दौरान रामपथ पर रंग-गुलाल उड़ने के साथ जमकर आतिशबाजी भी हुई।
इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर भगवान राम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया।भव्य शोभायात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर रामनगरी के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पर खत्म हुई।
साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई हैं। पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों बालकांड,अयोध्या कांड,अरण्य कांड,किष्किंधा कांड,सुंदर कांड,लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए।
इसके साथ ही भगवान राम की शिक्षा,सीता-राम विवाह,वन गमन,भरत मिलाप,शबरी प्रसंग,अशोक वाटिका,हनुमान का लंका गमन,शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना,रावण वध,अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया गया।