महाकुंभ नगर।गंगा की धरा पर 13 जनवरी से विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ होने जा रहा है।महाकुंभ के लिए कई नामी बाबाओं का जमावड़ा शुरू हो गया है।महाकुंभ शुरू होने से पहले अखाड़े में प्रवेश शुरू हो गया है और साधु-संत अपने-अपने आखाड़े में आने लगे हैं।महाकुंभ में नागा सन्यासी अपनी छावनियों में प्रवेश कर जप-तप और साधना में लीन हो गए हैं।इनमे से गंगापुरी महाराज उर्फ छोटू बाबा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं,जो भी गंगापुरी महराज को देखता है वो रुक जाता है,कोई फोटो खींचता है तो कोई उनके साथ सेल्फी लेना चाहता है।सड़क पर आते ही गंगापुरी महराज लोगों की भीड़ में घिर जाते हैं,जिससे वो अधिकतर समय किसी कैम्प में छिपकर रहते हैं या फिर गंगा के तट पर एकांत में साधना करते हैं।
गंगापुरी महाराज सन्यासियों के सबसे बड़े और वैभवशाली जूना अखाड़े के नागा संत हैं।गंगापुरी महराज असम की कामाख्या पीठ से जुड़े हुए हैं। साधु-संत और करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं,लेकिन गंगापुरी महाराज यहां एक भी बार गंगा स्नान नहीं करेंगे।गंगापुरी महाराज महाकुंभ में अपनी हाइट को लेकर सुर्ख़ियों में हैं।कम हाइट की वजह से गंगापुरी महराज आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। गंगापुरी महराज की हाइट तीन फिट है।गंगापुरी महराज 57 साल के हैं।कम हाइट से तमाम लोग गंगापुरी महराज को छोटू बाबा के नाम से भी बुलाते हैं तो कोई उन्हें टाइनी बाबा कहता है।गंगापुरी महाराज कम हाइट को लेकर निराश नहीं नज़र आते हैं।गंगापुरी महराज का कहना है कि महज तीन फिट की ऊंचाई उनकी कमज़ोरी नहीं बल्कि ताकत है।इसी के चलते लोग उन्हें पसंद करते हैं,उन्हें देखने के लिए उमड़ते हैं।
गंगापुरी महाराज से जुडी एक अहम बात यह है कि वो पिछले बत्तीस सालों से स्नान नहीं किया है।इसके पीछे गंगापुरी महराज का एक संकल्प है,जिसकी सिद्धि 32 सालों में भी नहीं हो सकी है।संकल्प को लेकर गंगापुरी महराज खुलासा नहीं करना चाहते।गंगापुरी महाराज का कहना है कि जिस दिन उनका संकल्प पूरा होगा वह सबसे पहले क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाएंगे।गंगापुरी महराज के मुताबिक़ शरीर से ज्यादा अन्तर्मन को शुद्ध रखने की ज़रुरत होती है।वह दूसरे नागा संतों की भीड़ से अलग एकांत में तंत्र साधना करना ज़्यादा पसंद करते हैं।कई बार तो गंगापुरी महराज शमशान में भी साधना करते हैं।
गंगापुरी महाराज महाकुंभ में पहली बार आए हैं।इसी कारण अभी तक गंगापुरी महराज को कोई शिविर आवंटित नहीं हुआ है। गंगापुरी महराज कभी किसी संत के शिविर में रहते हैं तो कभी किसी दूसरे के। गंगापुरी महराज को उम्मीद है कि यूपी के संत सीएम जल्द ही उन्हें भी शिविर और सुविधाएं मुहैया कराएंगे।गंगापुरी महराज को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती हैं।दूसरे संतों और श्रद्धालुओं का कहना है कि बाबा दिखने में भले ही छोटे हों, लेकिन वह बेहद गूढ़ बातें करते हैं।