उत्सव और उल्लास की नगरी बनी अयोध्या,रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से व्यापार और रोजगार में हुई बढ़ोतरी 

उत्सव और उल्लास की नगरी बनी अयोध्या,रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से व्यापार और रोजगार में हुई बढ़ोतरी 

10 Jan 2025 |  119

 

अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।प्राण प्रतिष्ठा को एक साल हो चुका है।ऐसे में इस बार प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर राम मंदिर के परिसर में भव्य आयोजन होगा।यह आयोजन इस बार 22 जनवरी को नहीं, बल्कि 11 जनवरी को होगा।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी को हुई थी।यह द्वादशी इस वर्ष 11 तारीख को पड़ रही है। इस लिए प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव 11 से 13 जनवरी तक मनाया जाएगा। 

 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से लेकर अभी तक राम नगरी काफी बदल गई है।भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजते ही राम नगरी के विकास को पंख लग गए।चारो तरफ मूलभूत सुविधाओं से लेकर विकास का पहिया तेज‌ रफ्तार से चलने लगा।इस समय सरकारी और गैर सरकारी योजनाओं को मिलाकर लगभग 50 हजार करोड़ की योजनाओं से राम नगरी का कायाकल्प हो रहा है।

 

क्या सड़क,क्या पुल,क्या परिवहन के साधन हर तरफ ठहरी हुई राम नगरी अचानक से दौड़ने लगी है।जर्जर टूटी सड़कें, रेलवे क्रासिंग,संकरी गलियां अब यहां की पहचान नहीं है।अब रामपथ,धर्मपथ जैसी सड़कें,रेलवे ओवर ब्रिज पर राम नगरी के लोगों के विकास की दौड़ में साझेदार बन रही हैं।पहले दिन भर सौ दो सौ कमाने वाला दुकानदार अब पांच पांच हजार रुपये कमा रहा है।राम नगरी के लोगों के जीवन की अर्थव्यवस्था को प्रगति का नया पंख लग गया है। श्रद्धालुओं और पर्यटकों से व्यापार दिन दूनी-रात चौगुनी तरक्की कर रहा है।

 

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर सैकड़ों लोगों को रोजगार दिया गया है।राम मंदिर निर्माण से होटल,सैकड़ों होम स्टे के कारोबार को पंख लगे हैं तो वहीं छोटे-छोटे धंधे भी फल-फूल रहे हैं।रामलला की फोटो,लॉकेट,पेन,पानी की बोतल,भोजनालय,ट्रैवल एजेंसी,रामनामी,प्रसाद,फूल माला, स्थानीय परिवहन के साधन से जुड़े लोगों का व्यवसाय फलफूल रहा है।राम मंदिर निर्माण के बाद विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया।नई सड़कें बनीं तो ट्रांसपोर्टेशन बढ़ गया। बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खुल गए,मल्टीप्लेक्स थियेटर और ब्रांडेड कपड़ों के तमाम एक्सक्लूसिव शोरूम भी खुल गए हैं। इससे राम नगरी के लोगों में रोजगार के साधन बढ़ गए हैं। साथ ही स्वरोजगार का मार्ग भी वृहद स्तर पर प्रशस्त हुआ है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ने व्यापार में जान डाल दी है।छोटे से छोटा व्यापारी रामलला के आशीर्वाद अच्छी कमाई कर रहा है।

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