प्रयागराज।विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ गंगा की धरा में हो रहा है।करोड़ों साल पहले कुंभ से गिरे अमृत की तलाश में श्रद्धालुओं का सैलाब गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के किनारे खिंचा चला आ रहा है।मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने जैसे ही आस्था की डुबकी लगाई, त्रिवेणी संगम की बूंदें ऐसे छलक उठीं मानो कुंभ से अमृत छलक उठा हो।महाकुंभ का आज तीसरा दिन है।लाखों श्रद्धालु माघ महीने में कल्पवास कर रहे हैं।संगम तट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है, श्रध्दालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।पूरा संगम तट भक्ति में लीन है।
मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
बता दें कि मंगलवार को महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों के साधुओं ने पहला अमृत स्नान किया।इस अवसर पर त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई।वहीं सोमवार को पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर 1.65 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी। 2 दिनों में कुल 5.15 करोड़ श्रद्धालुओं संगम में आस्था डुबकी लगा चुके हैं।
संगम नगरी में आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम
संगम नगरी में हो रहे महाकुंभ में आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। मकर संक्रांति पर संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था। श्रद्धालु भगवान की भक्ति में डूबे हुए थे और पूरे तट पर भगवा रंग की छटा बिखरी हुई थी।इस बार का महाकुंभ विशेष है क्योंकि 144 साल बाद अद्भुत संयोग बना है। संगम तट के 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा रहा है। महाकुंभ में स्नान के साथ साधु-संतों ने सनातन धर्म की रक्षा का संकल्प भी लिया।
हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर की गई पुष्पवर्षा
संगम तट पर साधु-संतों और श्रद्धालुओं स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। श्रद्धालु महाकुंभ के इस ऐतिहासिक अवसर को उत्साह और भक्ति के साथ मना रहे हैं। महाकुंभ सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक संस्कार है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को मिलता है।
बता दें कि महाकुंभ में विश्व भर से विदेशी श्रद्धालु संत-महात्माों के शिविर में प्रवास कर रहे हैं।वहीं यूरोपीय, अमेरिकी और अफ्रीकी देशों से अधिक पाकिस्तान समेत तमाम इस्लामिक देश के लोगों में दिलचस्पी बढ़ रही है। खासकर भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में तो महाकुंभ के प्रति रुचि चरम पर है।गूगल ट्रेंड्स के अनुसार मुस्लिम देशों में पाकिस्तान में सबसे अधिक महाकुंभ सर्च किया जा रहा है।महाकुंभ में आने वाला श्रध्दालुओं सैलाब भारत के परस्पर विरोधी देश में कौतूहल का विषय बन गया है।पाकिस्तान के बाद कतर,यूएई और बहरीन जैसे देशों ने महाकुंभ में गहरी रुचि दिखाई है।इसके अलावा,नेपाल,सिंगापुर,ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, ब्रिटेन, थाईलैंड और अमेरिका जैसे देशों के लोग भी महाकुंभ के बारे में पढ़ रहे हैं और खोज रहे हैं।