पूर्वांचल सूर्य संवाददाता,रांची/रामगढ़।सीसीएल के खान बचाव केंद्र रामगढ़ में 14 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन हुआ।यह एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन,बिहटा,पटना के जवानों को प्रदान किया गया। यह कार्यक्रम 6 जनवरी को शुरू हुआ और 21 जनवरी को संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि यह पूरे देश में पहली बार है जब गैर-खनन कर्मियों को खान बचाव प्रशिक्षण दिया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य एनडीआरएफ जवानों को भूमिगत खदानों में आपदाओं के दौरान बचाव कार्य के लिए प्रशिक्षित करना था। प्रशिक्षण के दौरान जवानों को विषाक्त वातावरण में कार्य करना,आधुनिक बचाव उपकरणों का उपयोग करना और खदानों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की तकनीकों में निपुणता दी गई।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित खान सुरक्षा निदेशक (रांची रीजन) आफताब अहमद ने इस प्रशिक्षण को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि एनडीआरएफ के जवान अब खनन आपदाओं के दौरान राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने सीसीएल और एनडीआरएफ के संयुक्त प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर विनोद कुमार महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं बचाव), विकास कुमार, अधीक्षक (बचाव सेवाएं), सोहेल लखानी, डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ 9वीं बटालियन सहित अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षक उपस्थित थे। समापन समारोह में सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।यह कार्यक्रम न केवल खान सुरक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है।