कृषि नवाचार,सम्मान और समृद्धि का संगम बना दो दिवसीय कृषि उद्यम मेला 2025 का हुआ भव्य समापन

कृषि नवाचार,सम्मान और समृद्धि का संगम बना दो दिवसीय कृषि उद्यम मेला 2025 का हुआ भव्य समापन

03 Aug 2025 |  14

 

पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,चतरा।शहर के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय कृषि उद्यम मेला 2025 का शनिवार को समापन समारोह का अत्यंत हर्षोल्लास और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ।इस अवसर पर नीति आयोग के संपूर्णता अभियान के अंतर्गत जिले में उत्कृष्ट कार्य कर रहे कृषि अधिकारियों,कृषक मित्रों और प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया।यह आयोजन न केवल कृषि तकनीक,नवाचार व उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला मंच बना,बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम भी सिद्ध हुआ।

 

सम्मान समारोह में उत्कृष्ट योगदानकर्ताओं को किया गया सम्मानित

 

संपूर्णता अभियान के अंतर्गत नीति आयोग द्वारा आयोजित अवार्ड सेरेमनी में निम्नलिखित कृषि क्षेत्र के कर्मठ योगदानकर्ताओं को उपायुक्त द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं आकांक्षा कप प्रदान कर सम्मानित किया गया,जिसमें राजीव कुमार रंजन (एटीएम, मयूरहंड),राजेश कुमार सिंह (बीटीएम, चतरा), प्रभात कुमार (एटीएम, गिद्धौर), बीरेंद्र प्रसाद (एटीएम, लावालौंग), सुधीर कुमार (बीटीएम, प्रतापपुर), आदित्य साव (कृषक मित्र, मयूरहंड), मुकेश गुप्ता (कृषक मित्र, सिमरिया), गुलाम सरवर (कृषक मित्र, चतरा), ब्रह्मदेव यादव (कृषक मित्र, इटखोरी), अशोक दांगी (कृषक मित्र, गिद्धौर) 

 

प्रगतिशील किसानों ने साझा किए अनुभव

 

प्रतापपुर के प्रगतिशील किसान शत्रुध्न प्रजापति और‌मोहन प्रजापति द्वारा सब्जी उत्पादन,जैविक खेती,मल्चिंग,टपक सिंचाई जैसे तकनीकी विषयों पर अनुभव साझा किए गए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार वैज्ञानिक तकनीकों एवं जैविक विधियों के माध्यम से उत्पादन में वृद्धि और लागत में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव की ओर ध्यान आकृष्ट कर जैविक खाद के प्रयोग पर विशेष बल दिया।

 

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं तरुणा देवी

 

झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) से वर्ष 2014 से जुड़ी तरुणा देवी ने मंच से अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस प्रकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी महिलाएं अब समूहों के माध्यम से आजीविका के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रही हैं।तरुणा देवी ने कहा कि जेएसएलपीएस द्वारा दी गई वैज्ञानिक जानकारी और प्रशिक्षण ने उन्हें बेहतर कृषि और व्यवसाय की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया।

 

40 से अधिक स्टॉल,योजनाओं और उत्पादों की रही विशेष प्रदर्शनी

 

मेला परिसर में कुल 40 से अधिक स्टॉलों के माध्यम से विभिन्न विभागों,कृषक समूहों, SHGs और FPOs द्वारा न केवल बेहतर कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई, बल्कि सरकारी योजनाओं, जैविक उत्पादों एवं स्थानीय संसाधनों की प्रदर्शनी भी की गई।झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की खरीददारी में किसानों और आम नागरिकों ने विशेष रुचि दिखाई।

 

नीति आयोग की संकल्पना को मिला ग्रामीण स्वरूप

 

नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिलों में विकास के लिए प्रारंभ किए गए संपूर्णता अभियान के अंतर्गत यह आयोजन चतरा जिले में ग्रामीण विकास की दृष्टि से मील का पत्थर साबित हुआ।आयोजन का उद्देश्य रहा,कृषकों को समसामयिक तकनीक,बाजार से सीधा जुड़ाव,महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन और आत्मनिर्भरता की भावना का विकास।

 

समापन पर उपायुक्त ने किया आह्वान

 

समापन सत्र में जिला उपायुक्त कीर्तिश्री ने जिले के सभी किसानों,कृषि अधिकारियों,नीति आयोग और सहयोगी संस्थाओं को सफल आयोजन हेतु धन्यवाद देते हुए कहा कि यह मेला न केवल ज्ञान और नवाचार का मंच था,बल्कि चतरा जिले की समग्र कृषि-आधारित विकास यात्रा का प्रतीक भी है। हमें इसी ऊर्जा और एकजुटता के साथ आगे बढ़ते रहना है।

 

इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता अरविंद कुमार,अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज,अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम समेत जिले के सभी कार्यालय प्रधान,जनप्रतिनिधि कृषक मित्र समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

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