आईसेक्ट विश्वविद्यालय परिसर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का हरित संकल्प,115 पौधों का हुआ वृक्षारोपण

आईसेक्ट विश्वविद्यालय परिसर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का हरित संकल्प,115 पौधों का हुआ वृक्षारोपण

16 Dec 2025 |  15

 



पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,हजारीबाग। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 115वें स्थापना दिवस के अवसर पर सोमवार को आईसेक्ट विश्वविद्यालय परिसर में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर बैंक की ओर से 115 पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण,सतत विकास और सामाजिक दायित्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया गया।



कार्यक्रम में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख (धनबाद) विवेक कुमार पाण्डेय,आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अरविंद चतुर्वेदी,कुलपति प्रोफेसर पीके नायक, कुलसचिव डॉक्टर मुनीष गोविंद,समकुलपति डॉक्टर गौरव शुक्ला, उप कुलसचिव विजय कुमार, उप कुलसचिव ललित मालवीय, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉक्टर एसआर रथ, वोकेशनल निदेशक डॉक्टर विनोद कुमार,एएफओ सौरभ सरकार,सहायक कुलसचिव अमित कुमार,पीआरओ मोहम्मद शमीम अहमद,सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ प्रबंधक पंकज मेहता,प्रबंधक संजय कुमार,सहायक प्रबंधक निशि प्रिया,हजारीबाग शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक रीतेश कुमार, बरही शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक राणु कुमार, झुमरी तिलैया शाखा के शाखा प्रबंधक विवेक कुमार सहित बैंक और विश्वविद्यालय के अधिकारी और विद्यार्थियों की मौजूदगी रही।



इस मौके पर कुलाधिपति अरविंद चतुर्वेदी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किया गया वृक्षारोपण केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की इस पहल की सराहना की और कहा कि जब शैक्षणिक और बैंकिंग संस्थान मिलकर कार्य करते हैं, तो उसका सकारात्मक प्रभाव समाज तक व्यापक रूप से पहुंचता है। 



क्षेत्रीय प्रमुख विवेक कुमार पांडेय ने कहा कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अपने स्थापना दिवस को समाजोपयोगी कार्यों के साथ मनाने में विश्वास रखता है।उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण बैंक की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस तरह के कार्यक्रम सतत विकास की दिशा में प्रभावी कदम हैं।



कुलपति प्रोफेसर पीके नायक ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती के इस दौर में वृक्षारोपण सबसे आवश्यक और प्रभावी उपाय है।कुलसचिव डॉक्टर मुनीष गोविंद ने कहा कि वृक्ष केवल छाया या सौंदर्य के लिए नहीं होते, बल्कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण और बेहतर जीवन की आधारशिला हैं।



 समकुलपति डॉ गौरव शुक्ला ने इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के हरित अभियान का अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयास विद्यार्थियों और समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को और मजबूत करते हैं।



कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों ने लगाए गए पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया और पर्यावरण संरक्षण को जन आंदोलन का रूप देने का आह्वान करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।


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