लता जी और सचिन वाले AIB की विवादित वीडियो को सोनम कपूर का समर्थन
क्या सोनम कपूर को भी सस्ती लोकप्रियता पाने की सनक है
01 Jun 2016 | 1008
अनिल कपूर की पुत्री और बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर ‘ऑल इंडिया बकचोद’ (एआईबी) के संस्थापक-निर्माता तन्मय भट्ट के समर्थन में उतर आई हैं. तन्मय द्वारा स्नैपचैट पर ‘सचिन वर्सिज लता सिविल वार’ नामक विवादस्पद वीडियो के द्वारा लता व सचिन का मखौल उड़ाने के बारे में सोनम का कहना है कि वे लोगों की ‘अनावश्यक प्रतिक्रिया से दंग’ हैं.
जबकि समाज के सभी वर्गों जिनमें नेताओं के अलावा अनुपम खेर, सुभाष घई, रितेश देशमुख व सतीश कौशिक सरीखी चर्चित बॉलीवुड हस्तियों ने भी ट्विटर पर वीडियो की भर्त्सना की.
हालांकि सोनम को लगता है कि तन्मय की वीडियो का गलत मतलब निकाल लिया गया. सोनम ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा, “प्रिय तन्मय भट्ट, मैं आपकी दोस्त होने के नाते जानती हूं कि आप क्या बोलते हैं. आप कभी गुस्सा नहीं दिलाते बल्कि लोगों को हंसाते हैं.”उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, “आप लोगों को नहीं लगता कि तन्मय भट्ट के स्नैपचैट चुटकुलों से भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण मसले हैं? मैं इस अनावश्यक प्रतिक्रिया से हैरान हूं.”
तो क्या स्वतंत्रता और कला के नाम पर इस वीडियो में तन्मय ने दोनों दिग्गजों की आवाज की नकल करते हुए जो कहा है कि लता (86) अभी तक जिंदा क्यों हैं या और बहुत ही घटिया तरीके से सचिन व विराट कोहली में कौन बेहतर खिलाड़ी है कला की श्रेणी में आता है?
मैं सोनम जैसे सेलेब्रिटी से पूछना चाहता हूँ कि अगर ऐसे ही किसी विडियो में उसके पिता अनिल कपूर और उसकी चाची श्रीदेवी जी के बारे में घटिया और छिछली बातें दिखाई जाए तो क्या सोनम और उसके घर वाले को स्वीकार्य होगा? ऐसा लगता है कि फिल्मों में ज्यादा सफलता नहीं मिलने के कारण सोनम जैसे औसत कलाकारों को तन्मय जैसे मानसिक रोगी के साथ दोस्ती कर और उनकी हरकतों को समर्थन कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की सनक स्वर हो गयी है. इसलिए देखा गया है कि सोनम आजकल हर घटना पर अपना एक्सपर्ट जवाब देती रहती है. (सुधीर कु सिंह )
(उपयुक्त राय लेखक की है. पूर्वांचल सूर्य का इस से कोई लेना देना नहीं.)