गजब:एक्सप्रेस ट्रेन के AC कोच में बकरी लेकर चढ़ा व्यक्ति,रेलवे के नियमों की उड़ रहीं धज्जियां
गजब:एक्सप्रेस ट्रेन के AC कोच में बकरी लेकर चढ़ा व्यक्ति,रेलवे के नियमों की उड़ रहीं धज्जियां
07 Oct 2024 | 42
बलिया।उत्तर प्रदेश के बलिया से एक हैरतअंगेज वीडियो सामने आया है।वीडियो में एक व्यक्ति 2 बकरियों को लेकर ट्रेन के थर्ड AC कोच में घुस जाता है।इस नजारे को देखकर AC कोच में यात्रा कर रहे यात्री दंग रह गए। जब कुछ यात्रियों ने इस पर आपत्ति जताई तो व्यक्ति बकरियों के साथ कोच से भागने लगा।इस दौरान जीआरपी पुलिस और टीसी कोई कोच में नहीं था,जो उस व्यक्ति को बकरी लेकर कोच में घुसने से रोकता।
जानें क्या है पूरा मामला
मामला उत्तर प्रदेश के बलिया में सियालदह एक्सप्रेस का है, जिसमें बलिया से सियालदह के थर्ड AC कोच में 2 बकरियों के साथ एक व्यक्ति घुस गया। तब यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का दावा करने वाली रेलवे की ओर से किसी ने उसको नहीं रोका।इसका कुछ लोगों ने वीडियो तक बना लिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।वीडियो में कहने के लिए वह थर्ड AC कोच था, लेकिन वीडियो को देखकर लग रहा था कि जैसे ये जनरल बोगी हो। बकरी लेकर थर्ड AC में घुसने पर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
बता दें कि ट्रेनों की जरिए रोज लाखों लोग यात्रा करते हैं,लेकिन कई बार ऐसा सामने आया है कि धड़ल्ले से रेलवे के नियमों की अनदेखी की जाती है और सिस्टम का मजाक बन जाता है।कई बार इस तरह के नजारे सामने आते हैं,जिसको देखकर लोग परेशान हो जाते हैं।ज्यादातर मामले तो बिना रिजर्वेशन के स्लीपर या AC कोच में बैठने के होते हैं, जिसमें लोग दबंगई के बल पर बिना टिकट के दूसरों की सीटों पर कब्जा तक कर लेते हैं।जैसे-जैसे त्यौहारों का मौसम नजदीक आता है AC कोच की हालत जनरल डिब्बे की तरह हो जाती है और उसमें वो यात्री भी घुस आते हैं जिनके पास सामान्य टिकट है। ऐसे में AC में रिजर्वेशन करवाने वाले यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और भीड़ की अधिकता की वजह से यात्री अपनी सीट पर आराम से लेट तक नहीं पाते हैं।भारतीय रेलवे भले ही त्यौहारों के समय स्पेशल ट्रेनें तो चलाती है, लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने की वजह से भीड़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इस अफरा-तफरी में कई बार यात्री चोट तक खा जाते हैं। घर पहुंचने की जल्दी में यात्री कई बार तो अपनी जान तक से खिलवाड़ कर बैठते हैं।