महाकुंभ 2025:संगम पर उमड़ा आस्था का सैलाब,अब तक 80 लाख श्रध्दालुओं ने किया स्नान,पौष पूर्णिमा पर नए रिकॉर्ड की उम्मीद

महाकुंभ 2025:संगम पर उमड़ा आस्था का सैलाब,अब तक 80 लाख श्रध्दालुओं ने किया स्नान,पौष पूर्णिमा पर नए रिकॉर्ड की उम्मीद

13 Jan 2025 |  46

 

प्रयागराज।गंगा की धरा पर आज से विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ का आगाज हो गया है।संगम तट पर महाकुंभ का पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा सोमवार सूर्य की किरणें फूटने से पहले ब्रम्ह मुहूर्त में शुरू हो गया।अब तक लगभग 80 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में आस्‍था की डुबकी लगाई है।

 

बता दें कि आधी रात से श्रद्धालुओं का जत्था विभिन्न रास्तों से मेला क्षेत्र में प्रवेश करने लगा था।संगम तट पर सोमवार भोर से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा था।हर-हर गंगे और जय गंगा मैया के घोष के बीच स्नान शुरू हुआ तो उजाला होते-होते संगम नोज श्रध्दालुओं से पट गया।सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 15,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। स्नान के लिए भी अलग-अलग घाटों पर 40 से ज्यादा व्यवस्थाएं की गई थीं,जिनमें महिला और बुजुर्गों के लिए खास प्रबंध शामिल है।

 

जानें पौष पूर्णिमा का महत्व

 

पौष पूर्णिमा के दिन गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान का विशेष महत्व है।ऐसा माना जाता है कि इस दिन स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। श्रद्धालु भोर से ही मंत्रोच्चार और भजन-कीर्तन के बीच स्नान के लिए उमड़ पड़े।

 

नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ता प्रयागराज

 

प्रशासन का अनुमान है कि पौष पूर्णिमा के अवसर पर यह संख्या रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकती है। महाकुंभ में इस बार 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रशासन ने स्नान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए उच्च स्तरीय इंतजाम किए हैं।

 

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं

 

300 से अधिक मेडिकल कैंप और एंबुलेंस की व्यवस्था है। स्नान घाटों पर स्वच्छता और जल शुद्धिकरण के लिए विशेष टीमें तैनात है,श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बस और ट्रेन सेवाओं में बढ़ोतरी की गई है।

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