आतंकियों का पनाहगार पाक आतंकी बुरहान की याद में मनाएगा 'काला दिवस'

पाक ने हिज्बुल से अपनी याराने को स्वीकारा

15 Jul 2016 |  1164

आतंकियों का गढ़ और उसे पालने-पोसने वाला पाकिस्तान ने कहा है कि वो भारतीय कश्मीर में मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की याद में 19 जुलाई को 'काला दिवस' मनाएगा. रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने शुक्रवार को लाहौर में कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई, जिसमें ये फ़ैसला किया गया. भारतीय सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए जिनमें 30 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं.इस हिंसा में अब तक 3,100 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें आधे सुरक्षाकर्मी हैं. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की दोगलेपन की हद तब हो गयी जब उन्होंने आतंकियों को हरसंभव नैतिक, राजनीतिक और कूटनीतिक समर्थन जारी रखने का ऐलान किया. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों पी-5 के राजदूतों से इस बारे में अपनी चिंता प्रकट की थी और इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की भी कोशिश की है.हालांकि भारत ने कहा है कि ये उसका अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान या किसी अन्य देश को इस बारे में बोलने का कोई हक़ नहीं है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि 'आतंकवाद आतंकवाद है और दुनिया जानती है कि कौन सा देश इसे अपनी सरकारी नीति के तौर पर इस्तेमाल करता है'.लेकिन नवाज़ शरीफ़ ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो भारत के क़ब्जे वाले कश्मीर में भारतीय ज्यादातियों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने लाएं.

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