आदिकवि श्री निवास पानुरी खोरठा की 104वीं जयंती मनाई गई
झारखंडी भाषा साहित्य के पुरोधा थे श्री निवास पानुरी:विनय तिवारी
पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,बरवअड्डा (धनबाद)। खोरठा के आदिकवि स्व.श्री निवास पानुरी की 104वीं जयंती बुधवार को लोहारबरवा के बरवाअड्डा में धूमधाम से मनाई गई।इस मौके पर लोहारवरवा में खोरठा कवि सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन मोहन तोरण और संचालन खोरठा साहित्यकार,गीतकार विनय तिवारी ने किया।कार्यक्रम की शुरुवात खोरठा के बाल्मीकि स्व.श्री निवास पानुरी के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। खोरठा पत्रिका परासफुल,सरधाक फूल खोरठा कविता संग्रह किताब का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने खोरठा भाषा भाषी के हरसंभव सहयोग करने की बात कही।विशिष्ट अतिथि सिंदरी के पूर्व विद्यायक आनंद महतो ने कहा कि भाषा के लिए सब को आगे आना होगा।
इस अवसर पे खोरठा गीतकार,कवि और लेखक विनय तिवारी नें कहा कि खोरठा भाषा की पहचान खोरठा के आदिकवि स्व श्री निवास पानुरी जी की देन है।श्री निवास पानुरी ने अपने लेखनी से खोरठा साहित्य को समृद्ध किया, एक पहचान दिलाया,करोड़ों लोगों की मातृ भाषा खोरठा के सम्मान के लिए आजीवन संघर्ष किया।
परासफूल खोरठा पत्रिका के संपादक एवं साहित्यकार महेंद्र प्रबुद्ध ने कविता पाठ किया। नेट इंडिया सुविधा कार्ड्स लिमिटेड कंपनी के चेयरमैन भोला महतो ने कहा कि खोरठा को राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिले इसके लिए आज भी संघर्ष जारी है।नेतलाल यादव ने कहा की खोरठा के विकास के लिए तन,मन,धन से सभी को लगना चाहिए।
नेतलाल यादव ने कहा कि भाषा व संस्कृति के विकास के लिए सभी को आगे आना होगा,जिस हिसाब से खोरठा गीत,संगीत,साहित्य एवं सिनेमा का विकास होना चाहिए अभी नहीं हो पाया है।
मौके पर साहित्यकार,कवि,गीतकार विनय तिवारी,पुनीत साव,नेतलाल यादव,सुलेमान अंसारी,भीम कुमार,मदन मोहन तोरन,सरोज तिवारी,चितरंजन गोप लुकाठी,संजय वर्णवाल, नरसिंह पांडेय,राजेश ओझा,राजकुमार झा,प्रयाग महतो आदि ने कविता पाठ किया।धन्यवाद गणेश चौरसिया नें किया, निर्मला देवी,रेखा देवी,आशा देवी,कृष्ना चौरसिया, उत्तम चौरसिया, राजकिशोर पानुरी, रोहित पानुरी, जतिन पानुरी, राहुल पानुरी, राजीव तिवारी, अनमोल चौरसिया, अंशुमान, राजा बाबू, रुद्रप्रताप तिवारी इत्यादि लोग शामिल थे।