धनंजय सिंह भाजपा के सपोर्ट में,राजा भ‌इया किसी के सपोर्ट में नहीं,यूपी-बिहार का कौन बाहुबली किस खेमे में:धनंजय सिंह 

धनंजय सिंह भाजपा के सपोर्ट में,राजा भ‌इया किसी के सपोर्ट में नहीं,यूपी-बिहार का कौन बाहुबली किस खेमे में:धनंजय सिंह 

17 May 2024 |  76

 

लखनऊ। जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को बहुजन समाज पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था।श्रीकला ने नामांकन भी कर दिया था,लेकिन ऐन वक्त पर श्रीकला ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया।नामांकन के अंतिम दिन बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने निवर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट देने का ऐलान कर दिया।इसके बाद धनंजय सिंह ने अपने अगले कदम का ऐलान कर दिया है।धनंजय ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में हम सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।

 

धनंजय सिंह ने भाजपा के समर्थन का ऐलान कर दिया है तो वहीं प्रतापगढ़ के कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में किसी भी दल का समर्थन नहीं करेगी।राजा भ‌इया की गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में हुई मुलाकात के बाद अटकलें लग रही थी कि वह भाजपा को सपोर्ट कर सकते हैं।राजा भ‌इया ने अब अपने प्रभाव वाली लोकसभा सीटों पर योग्य उम्मीदवार को वोट करने की अपील कर दी है और साफ कहा है कि भाजपा,सपा,बसपा ने उनसे समर्थन मांगा था,लेकिन उनकी पार्टी किसी का भी समर्थन नहीं करेगी।

 

अपने-अपने इलाके की सियासत में मजबूत प्रभाव रखने वाले यूपी के बाहुबली धनंजय सिंह और राजा भ‌इया के रुख के बाद चर्चा यूपी-बिहार की सियासत में सक्रिय रहे या मजबूत दखल रखने वाले अन्य बाहुबलियों की भी होने लगी है। धनंजय सिंह भाजपा के सपोर्ट में आ गए हैं।राजा भ‌इया किसी के सपोर्ट में नहीं हैं।ऐसे में बात इसे लेकर भी चर्चा हो रही है कि यूपी-बिहार का कौन बाहुबली किस खेमे में है।

 

विजय मिश्रा

 

पूर्व विधायक विजय मिश्रा भदोही के रहने वाले हैं।भदोही के साथ ही मिर्जापुर और आसपास के जिलों में भी बाहुबली विजय मिश्रा का अच्छा दबदबा रहा है।विजय मिश्रा फिलहाल आगरा जेल में बंद हैं।लोकसभा चुनाव में किसी के समर्थन या विरोध का ऐलान विजय मिश्रा नहीं किया गया।

 

बृजेश सिंह

 

पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह ने खुलकर किसी के समर्थन या विरोध का ऐलान नहीं किया है,लेकिन एनडीए के साथ बृजेश सिंह करीबी भी समय-समय पर दिखाई देती रही है।बृजेश सिंह के एनडीए के घटक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर गाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने की भी चर्चा थी। चंदौली के सैयदराजा से भाजपा विधायक सुशील सिंह भी बृजेश के भतीजे हैं।

 

माफिया मुख्तार अंसारी का परिवार

 

जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद ये पहला चुनाव है।चुनाव में मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी चुनाव मैदान में हैं।अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ रहे हैं।अफजाल अंसारी 2019 में बसपा से चुनाव जीते थे। इस बार सपा से चुनाव लड़ रहे हैं।

 

हरिशंकर तिवारी का परिवार

 

गोरखपुर के बाहुबली हरिशंकर तिवारी के परिवार से उनके बेटे भीष्मशंकर तिवारी चुनाव लड़ रहे हैं।पूर्व सांसद भीष्मशंकर सपा से डुमरियागंज से चुनाव लड़ रहे है। भीष्मशंकर ने अपना सियासी सफर 1999 में भाजपा से शुरू किया था।बाद में भीष्मशंकर सपा में शामिल हो गए थे।भीष्मशंकर बसपा से सांसद भी रह चुके हैं।

 

राजकिशोर सिंह

 

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी और पूर्वांचल के बाहुबली पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं। राजकिशोर ने हाल ही में अमित शाह की मौजूदगी में अपने भाई बृजकिशोर सिंह डिंपल के साथ भाजपा की सदस्यता ली। राजकिशोर सिंह को लेकर कहा जाता है कि उनका बस्ती और आसपास की सीटों पर अच्छा प्रभाव है।

 

पप्पू यादव

 

बिहार के बाहुबली पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ा।कुछ महीने पहले ही पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय करने का ऐलान किया था।पप्पू पूर्णिया से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे,लेकिन लालू यादव की अगुवाई वाली आरजेडी ने यह सीट अपने पास रख ली। इंडिया ब्लॉक से टिकट की उम्मीद टूटने के बाद पप्पू ने निर्दलीय ही ताल ठोक दी थी।

 

अवधेश मंडल

 

बाहुबली अवधेश मंडल की पत्नी बीमा भारती को आरजेडी ने पूर्णिया से चुनाव मैदान में उतारा है।जेडीयू विधायक बीमा टिकट के ऐलान से ठीक पहले आरजेडी में शामिल हुई थीं। पूर्णिया का चुनाव पप्पू यादव के साथ ही अवधेश मंडल की साख का भी सवाल बन गया है।

 

मुन्ना शुक्ला

 

बाहुबली मुन्ना शुक्ला आरजेडी से बिहार की वैशाली से चुनाव रहे हैं।मुन्ना शुक्ला छोट्टन शुक्ला के भाई हैं और विधायक भी रह चुके हैं।छोट्टन शुक्ला की अंतिम यात्रा के दौरान ही गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या हो गई थी। हत्या के इसी मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन सजायाफ्ता थे।वैशाली से इस बार मुन्ना शुक्ला की साख दांव पर है।

 

आनंद मोहन

 

पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के टिकट पर बिहार की शिवहर लोकसभा से चुनाव लड़ रही हैं।आनंद मोहन की पत्नी चुनाव से ठीक पहले ही जेडीयू में शामिल हुई हैं।इससे पहले आनंद मोहन का पूरा परिवार लालू यादव की पार्टी में था।आनंद मोहन और उनका परिवार अब एनडीए के साथ है।

 

अशोक महतो

 

बाहुबली अशोक महतो का नवादा और आसपास की लोकसभा में अच्छा प्रभाव माना जाता है।नवादा जेल ब्रेक कांड में सजायाफ्ता अशोक ने नवादा से अपनी पत्नी अनिता देवी को चुनाव मैदान में उतार दिया है।अनिता आरजेडी से चुनाव लड़ रही हैं।नवादा के चुनाव में अशोक महतो की प्रतिष्ठा दांव पर है।

 

सुरेंद्र यादव

 

बिहार के गया जिले के रहने वाले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव दबंग छवि के नेता हैं।लालू यादव और उनके परिवार के करीबी माने जाने वाले सुरेंद्र यादव 1998 में जहानाबाद से सांसद बने थे। तब सुरेंद्र यादव संसद में लालकृष्ण आडवाणी के हाथ से महिला आरक्षण बिल की कॉपी लेकर फाड़ने के लिए चर्चा में आए थे।सुरेंद्र इसके बाद कभी लोकसभा चुनाव नहीं जीत सके।सुरेंद्र इस बार महागठबंधन की ओर से आरजेडी से जहानाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं।

 

शहाबुद्दीन का परिवार

 

बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब सिवान से चुनाव लड़ रही हैं। कभी आरजेडी के बड़े चेहरों में गिने जाने वाले शहाबुद्दीन की पत्नी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।हिना इस बार भी आरजेडी से टिकट की दावेदार थीं,लेकिन टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय ही ताल ठोक दी।

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