राष्ट्रीय खादी व सरस मेला में दसवें दिन दर्शकों का आंकड़ा 20 हजार के पार
अवकाश के दिन उमड़ी ग्राहकों की भीड़ ने स्टॉलधारकों का किया उत्साहवर्धन
नंदिनी गिर फॉर्म्स के जैविक उत्पाद बने आकर्षण का केंद्र
ऑर्गेनिक बास्केट के स्टॉल पर जैविक उत्पादों की दी जा रही जानकारी
पूर्वांचल सूर्य संवाददाता,रांची।झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड (उद्योग विभाग) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव 2024 -25 के दसवें दिन रविवार को 21हजार के टिकट बिके और लगभग 24 हजार लोगों ने महोत्सव का भ्रमण किया।महोत्सव में पूर्व निर्धारित सभी आयोजन प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित रहे, लेकिन महोत्सव घूमने के लिए आगंतुकों में उत्साह की कोई कमी नहीं है।रविवार को एनसीसी के झारखंड एयर विंग के कैडेट द्वारा महोत्सव का परिभ्रमण किया गया।
कोकून से रेशमी वस्त्र बनने,लाह से चूड़ी बनने,पुनी से सूती वस्त्र,कोरा और रेशमी वस्त्र से परिधान बनने की जीवंत प्रदर्शनी और साबरमती आश्रम की झांकी ने मन मोह लिया। हस्तकरघा रेशम एवं हस्तशिल्प निदेशालय के स्टाल में भागलपुर,असम,गुजरात,उत्तर प्रदेश,हिमाचल प्रदेश के हैंडलूम के कपड़े और ब्लॉक प्रिंटिंग की साड़ी,सूट,दुपट्टा,फैब्रिक इत्यादि के स्टाल में महिलाओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।
झारखंड माटी कला बोर्ड के स्टाल में मिट्टी के आकर्षण बर्तन, टेराकोटा ज्वैलरी,टेराकोटा हैंगिंग बेल इत्यादि की बिक्री भी खूब हो रही है।वहीं मेले में लगे ऑर्गेनिक बास्केट के स्टॉल पर नंदिनी गिर फॉर्म्स के जैविक उत्पादों को भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं।
नंदिनी गिर फार्म्स की संचालिका डॉ.मीनाक्षी सिंह के मुताबिक ऑर्गेनिक बास्केट के स्टॉल पर प्रदर्शित जैविक उत्पादों की विशाल श्रृंखला दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी है। लोग जैविक उत्पादों के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।
महोत्सव में बुजुर्गों के लिए मेला घूमने के लिए निशुल्क ई रिक्शा की व्यवस्था की गई है।महोत्सव परिसर में छोटे शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए बेबी फीडिंग रूम की व्यवस्था होने से महिलाओं को बहुत सुविधा हुई है।विभा ने बताया कि बेबी फीडिंग रूम की व्यवस्था देखकर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा।महोत्सव में आए अन्य लोगों ने भी महोत्सव की व्यवस्था को सराहा है।महोत्सव परिसर में चलंत एटीएम की भी व्यवस्था है, महोत्सव में खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों के साथ-साथ अन्य सामग्रियों की बिक्री लगभग सवा दो करोड़ रुपए की रही है।